पूरब और पश्चिम फिल्म आपने नही देखी हो तो देख लीजिये इस फिल्म मे भारतीय संस्कृति और पश्चिमी सभ्यता को बड़े अच्छे तरीके से दिखाया गया है
इस फिल्म मे एक गीत है भारत का रहने वाला हु भारत की बात सुनता हु
आज हमारी सभ्यता पर हमारी संस्कृति पर पश्चिमी सभ्यता किस कदर छा रही है ओ आप गावो मे कम शहरों मे अधिक देखेगे आज हर कोई मॉर्डन दिखना चाहता है
आज हम सदियो की परम्परा सभ्यता को छोड़ कर पश्चिमी सभ्यता की तरफ भाग रहे है जो अच्छी बात नही है भारतीय संस्कृति मे औरत को सम्मान की दृष्टी से देखा जाता है पर पश्चिमी सभ्यता की चकाचौध मे हम रिश्तो की अहमियत भुला चुके है लाज शर्म चौराहे पर नीलम होती है अपराध बढ़ रहे है इन सब के पीछे कही ना कही पश्चिमी संस्कृति का हाथ है अपने बच्चों को भारतीय सभ्यता और संस्कृति से अवगत कराये कही आने वाला कल ऐसा ना हो आप के बच्चे मा बाप भाई बहन के रिश्तों की मर्यादा को भूल जाये
दीपक कुमार गुप्ता
इस फिल्म मे एक गीत है भारत का रहने वाला हु भारत की बात सुनता हु
आज हमारी सभ्यता पर हमारी संस्कृति पर पश्चिमी सभ्यता किस कदर छा रही है ओ आप गावो मे कम शहरों मे अधिक देखेगे आज हर कोई मॉर्डन दिखना चाहता है
आज हम सदियो की परम्परा सभ्यता को छोड़ कर पश्चिमी सभ्यता की तरफ भाग रहे है जो अच्छी बात नही है भारतीय संस्कृति मे औरत को सम्मान की दृष्टी से देखा जाता है पर पश्चिमी सभ्यता की चकाचौध मे हम रिश्तो की अहमियत भुला चुके है लाज शर्म चौराहे पर नीलम होती है अपराध बढ़ रहे है इन सब के पीछे कही ना कही पश्चिमी संस्कृति का हाथ है अपने बच्चों को भारतीय सभ्यता और संस्कृति से अवगत कराये कही आने वाला कल ऐसा ना हो आप के बच्चे मा बाप भाई बहन के रिश्तों की मर्यादा को भूल जाये
दीपक कुमार गुप्ता
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