लकड़ी ने कहा-
अपने अंदर सहनशक्ति लाओ। तुम्हे तोड़ने वाले खुद टूट जायेगे। मौत भी तुम्हारा कुछ नही बिगाड़ सकेगी।
हथौड़े ने कहा-
ठीक स्थान और ठीक समय पर प्रहार करो।
कागज ने कहा-
तुम्हारा जीवन कोरा कागज है खुद को किसी ज्ञानी बिद्वान के हाथ मे दे दो तुम्हारा जीवन धार्मिक ग्रंथ की तरह पूज्य बन जायेगा
फूल ने कहा-
काटो मे रहकर भी अपने कर्म को नही छोड़ना सदा ममुस्कुराते रहना
बर्फ ने कहा-
ठंडे रहकर धीरज धारण करो
मुहर ने कहा-
जो भी मिले उसी पर अपनी छाप छोड़ दो
घड़ी ने कहा-
प्रत्येक काम समय पर करो।
दर्पण ने कहा-
मेरे सामने खड़े होकर सभी अपने आपको सवारते है। तुम अपना जीवन मेरी ही तरह उज्ज्वल और निर्मल बनाओ की दुनिया के लोग तुम्हे देखकर अपने आप को सवारे
अपने अंदर सहनशक्ति लाओ। तुम्हे तोड़ने वाले खुद टूट जायेगे। मौत भी तुम्हारा कुछ नही बिगाड़ सकेगी।
हथौड़े ने कहा-
ठीक स्थान और ठीक समय पर प्रहार करो।
कागज ने कहा-
तुम्हारा जीवन कोरा कागज है खुद को किसी ज्ञानी बिद्वान के हाथ मे दे दो तुम्हारा जीवन धार्मिक ग्रंथ की तरह पूज्य बन जायेगा
फूल ने कहा-
काटो मे रहकर भी अपने कर्म को नही छोड़ना सदा ममुस्कुराते रहना
बर्फ ने कहा-
ठंडे रहकर धीरज धारण करो
मुहर ने कहा-
जो भी मिले उसी पर अपनी छाप छोड़ दो
घड़ी ने कहा-
प्रत्येक काम समय पर करो।
दर्पण ने कहा-
मेरे सामने खड़े होकर सभी अपने आपको सवारते है। तुम अपना जीवन मेरी ही तरह उज्ज्वल और निर्मल बनाओ की दुनिया के लोग तुम्हे देखकर अपने आप को सवारे
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