कालीघाट (कोलकाता) के लुटेरे


कालीघाट कोलकाता के सफेदपोश डाकू लुटेरे आस पास घूमते रहते है आप जैसे वहा पहुँचोगे। सब टूट पड़ेंगे अपने अड्डे पर यानी दुकान पर ले जाने को आतुर रहेगे
अब जिसके यहा गए प्रसाद उसी के यहा से लेना पड़ेगा।
प्रसाद का रेट 51,151,251,551 इत्यादि
2 रुपये का समान चार मे मिलता है।
आप समान लिए होंगे एक पुजारी साथ हो लेगा कहेगा जो मन करे दे देना।
वो लिवा जायेगा मन्दिर के अंदर दो फूल देकर कुछ मन्त्र बोलवाएगा दर्शन  के बाद वह शीर्ष पुजारी के पास ले जायेगा ।
पुजारी फूल देकर मन्त्र बोलवाएगा फिर कोई लाकेट सिंदूर देकर कहेगा फला फला दिन को पूजा करना किस्मत चमक जायेगी

ये माता का आशीर्वाद है। इसके बाद दक्षिणा मे 251 मांगेगा भोले हुए तो दे दोगे
10 रुपये
की चीज का इतना दाम आप लो या ना लो आपकी मर्जी।
इधर बाकी परिवार वालो को दलाल समझायेंगे की पुजारी जी  जो दे ले लेना बड़ी अच्छी चीज है माता की कृपा होगी । शायद उसमे उनको कुछ प्रतिशत मिलता हो

भोले हो तो फस गए।
इसके बाद बाहर आओगे तो पुजारी अपनी  दक्षिणा मांगेगा 101 परिवार के हर सदस्य से
ऐसे डाकू भरे पड़े है।
भगवान पैसो के नही भाव के भूखे है उन्हें सच्चे मन से कही भी याद कर लो
यानी
मन चंगा तो कठौती मे गंगा

भगवान तो हर कण कण मे है तो उन्हें ढूढ़ने की क्या जरूरत कही भी कभी भी याद कर लो ओ कहावत तो सुनी ही होगी

कस्तूरी कुंड़ली बसे मृग ढूढे बन माहि।
ऐसे घटी घटी राम है दुनिया देखे नाहि।।

फिर भी भगवान के दर्शन के बहाने उनकी बनाई दुनिया देखने को मन करे तो घूम आइये
पर ऐसे डाकू लुटेरो और दलालो से बचकर रहे आप ए ना सोचे की अगर ओ पूजा करवाएगा तो भगवान खुश हो जायेगे
ये गलत है अगर आप शुध्द मन से पूजा करोगे तो भगवान की कृपा आप पर जरूर होगी हा यदि आपके मन मे छल कपट है तो लाख जतन करो पर कुछ नही होने वाला।

हमेशा बेसहारो गरीबो अंधे लँगड़े की मदद करो क्योकि नर मे नारायण का वास होता है।
नर सेवा नारायण सेवा
जीव जन्तु भी उसी ईश्वर का अंश है उन पर भी दया करो
इंसानियत हम इंसानो मे होती है।
 जय श्री राम

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