1- तेरी याद ने पागल किया
तभी तो कफ़न सिला रखा है
अब भी बात समझो ना
तो जीने में क्या रखा है
। किसी को इतना न याद करो की पागलपंथि सिर पर सवार हो जाये
और आपका वो आशिक किसी और के साथ फरार हो जाये।
2- जब रात को नीद न आये
दिल की धड़कन भी बढ़ जाये
तो अपने दोस्तों को फोन करो
शायद उनकी दुआ से आपको नीद आ जाये
। जब रात को नीद न आये
दिल की धड़कन भी बढ़ जाए
तो तुरन्त डॉक्टर को दिखाए
ऐसा न हो की कही देर हो जाये।
तभी तो कफ़न सिला रखा है
अब भी बात समझो ना
तो जीने में क्या रखा है
। किसी को इतना न याद करो की पागलपंथि सिर पर सवार हो जाये
और आपका वो आशिक किसी और के साथ फरार हो जाये।
2- जब रात को नीद न आये
दिल की धड़कन भी बढ़ जाये
तो अपने दोस्तों को फोन करो
शायद उनकी दुआ से आपको नीद आ जाये
। जब रात को नीद न आये
दिल की धड़कन भी बढ़ जाए
तो तुरन्त डॉक्टर को दिखाए
ऐसा न हो की कही देर हो जाये।
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