एक कहावत है
जीने के लिए खाओ
खाने के लिये मत जिओ
मेरे एक फ्रेंड है जो जीने के लिए नही खाते बल्कि खाने के लिए जीते है।
आंधी आये या तूफान या बाढ हो या हो सुखा
ये रह नही सकते कभी भूखा
अगर कही निमन्त्रण नहीं मिलता तो उस ब्यक्ति के बारे में बहुत भला बुरा बोलेगे और अगर निमन्त्रण मिल जाये तो खाने पहुच जायेगे
किसी ने अगर शादी में निमन्त्रण दिया है और कहा है की आकर मेरी मदद कर देना । ए जरूर पहुचेगे मदद बाद में पहले पेट भरेंगे ।
कभी ज्यादा खाने की वजह से पेट खराब हो जाता है तो कहते है अब कभी ये नही खाऊँगा पर ठीक होने के बाद फिर वही काम शुरू कर देते है। और खाने का स्टाइल भी अजीब है ये इतनी जल्दी जल्दी खाते है मानो कोई छिन लेगा या देखे नही है बड़ी बेरहमी से टूट पड़ते है खाने पर
दुनिया अजूबो से भरी है ये भी अपने आप में अजूबे ही है।
इनकी दुनिया पेट से होकर गुजरती है।
पेट भरा रहे सदा
जीने के लिए खाओ
खाने के लिये मत जिओ
मेरे एक फ्रेंड है जो जीने के लिए नही खाते बल्कि खाने के लिए जीते है।
आंधी आये या तूफान या बाढ हो या हो सुखा
ये रह नही सकते कभी भूखा
अगर कही निमन्त्रण नहीं मिलता तो उस ब्यक्ति के बारे में बहुत भला बुरा बोलेगे और अगर निमन्त्रण मिल जाये तो खाने पहुच जायेगे
किसी ने अगर शादी में निमन्त्रण दिया है और कहा है की आकर मेरी मदद कर देना । ए जरूर पहुचेगे मदद बाद में पहले पेट भरेंगे ।
कभी ज्यादा खाने की वजह से पेट खराब हो जाता है तो कहते है अब कभी ये नही खाऊँगा पर ठीक होने के बाद फिर वही काम शुरू कर देते है। और खाने का स्टाइल भी अजीब है ये इतनी जल्दी जल्दी खाते है मानो कोई छिन लेगा या देखे नही है बड़ी बेरहमी से टूट पड़ते है खाने पर
दुनिया अजूबो से भरी है ये भी अपने आप में अजूबे ही है।
इनकी दुनिया पेट से होकर गुजरती है।
पेट भरा रहे सदा
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