रहस्य- आखो से कंकड़ टपकते है


इंसान बहुत खुश होता है तो उसकी आखो से ख़ुशी के आंसू निकलते है और दुखी होता है तब भी उसकी आखो से आंसू ही निकलते है। लेकिन 12 साल की भावना की आखो में दोनों ही सूरत में आंसू के बजय छोटे छोटे कंकड़ टपकते है। यह बात डॉक्टरों और बैज्ञानिको के लिए शोध का बिषय बन गई है।
इसके लिए बहुत से लोग भावना को देखने आते है। हलवद तालुका के देवलिया गांव के खेतिहर मजदूर मोहनभाई लवजीभाई सोलकी और गौरी बहन की बेटी भावना छठी में पढ़ती है। करीब डेढ़ साल पहले इसकी दाई आँख से कंकड़ गिरने का सिलसिला शुरू हुआ। कभी एक हफ्ते में तो कभी 10-15 दिन में भावना की आखो में से मोती जितने बड़े कंकड़ गिरने लगे। खेलते समय स्कुल में पढते समय खाना खाते समय ऐसा होने लगा। कंकड़ निकलने से पहले उसकी आखे सूजकर लाल हो जाती है। वह अपने नीचे की पलको को थोडा मोड़ देती है और कंकड़ बाहर निकल आते है। कभी एक दो तो कभी पांच छः। गरीब माता पिता उसे आँख के अस्पताल ले गए। पहले डॉक्टर को यकीन नही हुआ लेकिन जब उन्होंने खुद देखा तो आश्चर्य में पड़ गए । हालाकि कारण जानने के लिए किसी भी तरह की जाच नही की गई। जाँच के बाद ही इस रहस्य से पर्दा उठेगा।

टिप्पणियाँ