सोने की चिड़िया है जो भारत जिसका नाम है रक्षक हिमालय है जिसका जहाँ गंगा का धाम है वही मेरा हिंदुस्तान है। सोने की चिड़िया। यानि भारत जिसे लोग सोने की चिड़िया के नाम से जानते है। जब मैंने सुना तो मुझे आश्चर्य हुआ । सोने की चिड़िया भारत को क्यों कहा जाता है इसकी क्या वजह हो सकती है। मैंने बहुत खोजा तो मुझे इतिहास में मुझे पता चला की भारत में सोने चादी हिरे मोती का अकूत भण्डार था। जिसे लूटने के लिए समय समय पर बाहरी आक्रमणकारी राजा और बाद में अंग्रेज आये और खूब लूटा और खजाना अपने साथ ले गए। फिर भी भारत में आज भी बहुत सा खजाना जमीन या गुफाओ में छिपा हुआ है। क्या थी हकीकत ये जानने की मैंने बहुत कोशिश की । तो मुझे बहुत कुछ ऐसी बाते पता चली । भारत में एक कृष्णा नदी है जिसमे हीरे पाये जाते है। स्वर्णरेखा नदी में सोने के कण पाये जाते है। दक्षिण भारत के पद्मनाभ मन्दिर के तहखानो में हजारो कुंतल सोना पाया गया। दक्षिण भारत में एक लक्ष्मी जी का भब्य मन्दिर है जो 15 हजार किलो सोने से बना है। स्वर्णरेखा नदी झारखण्ड के एक गांव से होकर बहती है जहाँ जमीन के अंदर 7 लाख टन सोना मिला है। है ना आश्चर्य वाली बात। भारत जैसे देश को सोने की चिड़िया कहने का मतलब मेरी समझ में आ गया था। सोने की चिड़िया जिस देश का नाम हो वहा की मिटटी ही सोना उगल सकती है। उसी देश की नदी में हीरे मिल सकते है। तभी तो भारत को सोने की चिड़िया कहा जाता है। गर्व् है मुझे हिंदुस्तान पर
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