अफवाह अफवाह और सिर्फ अफवाह। भारत देश में अगर सबसे बड़ी बीमारी है तो ओ अफवाह की है वैसे तो अफवाह की बीमारी से पूरी दुनिया ग्रसित है पर भारत में कुछ ज्यादा ही है। आजकल एक अफवाह फैली है की 15 नवम्बर से 15 दिनों के लिए अँधेरा हो जायेगा पर नासा ने इसे केवल एक अफवाह करार दिया है। अगर मान लो की अँधेरा हो भी गया तो क्या होगा कही वही न हो जो 30 डेज ऑफ नाईट फ़िल्म में हुआ था।
ऐसी ही एक अफवाह सन् 2012 में उठी थी जब माया कैलेंडर के केवल 2011 तक ही छपी होने की बात सामने आई थी अब माया सभ्यता वालो ने 2011 के बाद की तारीख लिखी ही नही तो उसका लोग गलत मतलब निकल बैठे की 2012 में दुनिया का अंत हो जायेगा। अफवाह इतनी फैली की हलीबुड में 2012 नाम से इक फ़िल्म भी बनी। पर आज हम 2015 में जी रहे है। अब बात कुछ महीनो पहले नेपाल में आये भूकम्प का झटका हमारे उत्तर प्रदेश में भी आया था। लोग तरह तरह की बाते कर रहे थे। की रात को 1 बजे भूकम्प आएगा अब जिसकी जानकारी बिज्ञान को नही उसे लोग बता रहे है। बात यही तक सिमित नही रही अफवाह ये भी उठी की चन्द्रमा उल्टा हो गया है लोग हजारो की सख्या में चाँद को देखने रोड पर आ गए। तभी अफवाह फैली की रात के 12 बजते ही पानी जहर हो जायेगा सभी जितना भर के रख सको रख लो सभी लोग बाल्टी ड्रम भर कर रखने लगे । तभी मुस्लिमो ने अफवाह फैलाई की उनके रोटी बनाने वाले चौके पर अल्लाह लिख उठा है। यही नही अभी कुछ दिनों पहले की बात है जब मुल्लो का रमजान चल रहा था तब उन्होंने अफवाह फैलाई थी की 15वे रोजे के दिन आसमान से आग बरसेगी। तो मैंने इक मुसलमान से पूछा की जब आसमान से आग बरसेगी तो लोग मरेगे पर ये सर्विस अल्लाह की है तो मुस्लिम ही मरेगे की और भी । अफवाह की बीमारी इतनी तेज है की अगर आप रात को उठो और भूकम्प या और किसी आपदा का नाम लेकर भागने लगोगे तो सभी लोग उठ कर भागने लगेंगे कोई ये नही सोचेगा की रुक कर देख लू की बात सच है या नही। वैसे आपदा से कोई मरे या न मरे पर अफवाहे लोगो की जान जरूर ले लेगी
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें