दुनिया का सबसे बड़ा बोझ

दुनिया का सबसे बड़ा बोझ कौन सा है। लोग तरह तरह की बाते बताते है। लेकिन ए के हंगल ने शोले फ़िल्म में कहा था दुनिया का सबसे बड़ा बोझ बूढे माँ बाप के कन्धों पर जवान बेटे की लाश होती है। यह बात कहा तक सही थी ये मैं जानने की कोशिश करता रहा। अभी कुछ दिनों पहले मेरे बगल के गांव में एक 15 साल के लड़के की मौत हो गयी जो अपने माँ बाप की एकलौती सन्तान थी। माँ का रोते रोते बुरा हाल हो रहा था बाप तो जैसे पागल हो गया था। शायद उनके लिए यही दुनिया का सबसे बड़ा बोझ था। लोग तरह तरह की बाते कर रहे थे। भगवान इतना निर्दयी क्यों होता है की उसके घर का चिराग ही बुझा दिया। लेना ही था तो दिया क्यों इत्यादि। उसके परिवार पर तो मानो विपत्तियों का पहाड़ टूट पड़ा था सभी दुखी थे। मैंने ऊपर ईश्वर की तरफ देखा पर मन में सवाल उठ रहा था पर उसका जवाब भगवान ने तो सदियो पहले गीता के माध्यम से दे दिया था। दुनिया में हर चीज नश्वर है जो भी आता है उसे एक दिन जाना ही पड़ता है शरीर मरती है आत्मा नही। पर उस परिवार को कौन समझाये। ये पल उनके लिये ठीक वैसे ही था जैसे एक किसान दिन रात एक करके फसल तैयार करता है और जब फसल तैयार हो जाती है आचानक आग लग जाती है तो किसान पर क्या बीतती है। वही विपदा आज इनके ऊपर आई। उनके लिए ये पल बहुत दुखदायी था। दुनिया का सबसे बड़ा बोझ था। मैं एक गरीब परिवार में पैदा हुआ मेरी बहुत सी इच्छाये थी सपने थे सब अधूरे रह गए क्योकि मैं गरीब था आज जब भी मैं आगे बढ़ने की कोशिश करता हु तो गरीबी सामने आ जाती है तो मैं अपने जीवन को कोसने लगता हु पर तभी मेरे दिमाग में ये बात आती है मेरे पास घर है मैं सुबह शाम भरपेट खाना खा रहा हु कपड़े पहन रहा हु पर भारत में ऐसे बहुत से लोग है जिनके पास रहने को घर नही पहनने को कपड़े नही और खाने की कोई गारंटी नही की आज खा के सोयेंगे या भूखे पेट । उस गरीबी को मैंने करीब से देखा है अपनी कोलकाता यात्रा के समय मैंने देखा की स्टेशनों पर फटे पुराने कपड़ो में लोग थे प्लास्टिक से घेर कर घर नुमा बनाये थे पर क्या ओ भरपेट खाना पाते होंगे। एक गरीब माँ बाप दिनभर मेहनत करते है पर शाम को खाने कुछ नही मिलता बच्चे भूख से बिलबिला रहे होते है। उस समय उन माता पिता के लिये ये पल दुनिया के सबसे बड़े बोझ की तरह रहा होगा। पर लोग कहते है जो आया है ओ अपना भाग्य लेकर आया है। जिसने जीवन दिया है ओ खाना भी देगा। मैं फिर ईश्वर को याद करता हु पर ईश्वर ने तो कर्म को महान बताया है। इंसान अपने कर्मो से अमीर गरीब बनता है। जो कर्म करेगा ओ फल पायेगा।

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